5 Easy Facts About shiv chalisa in hindi Described
5 Easy Facts About shiv chalisa in hindi Described
Blog Article
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
O Glorious Lord, consort of Parvati You're most merciful . You always bless the bad and pious devotees. Your wonderful type is adorned While using the moon on Your forehead and in your ears Shiv chaisa are earrings of snakes' hood.
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
Glory to Girija’s consort Shiva, who is compassionate towards the destitute, who normally safeguards the saintly, the moon on whose forehead sheds its beautiful shiv chalisa in hindi lustre, As well as in whose ears are the pendants of your cobra hood.
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥